Skip to main content

मोदी सरकार सबसे लाचार ?



देश में हर साल बीमारी, बेरोजगारी, भूखमरी से ना जाने कितनी मौतें हो जाती है... जिसका ना तो आंकड़ा हमारे पास है और ना ही सरकार के पास... बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से करीब 110 बच्चों ने दम तोड़ दिया.... ये आंकड़ा कोई चौंकाने वाला नहीं है.. अभी और भी बच्चे मरेंगे... अगर सरकार का यही रवैया रहा... क्यों कि बिहार में सुशासन बाबू की सरकार है.. और देश में प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी की सरकार है... सुशासन बाबू खुद अपने नाम के आगे चाहे जितना सुलगा लें.. पर कुकितना है ये देश की जनता को साफ दिखाई दे रहा है... मुजफ्फरपुर के अस्पताल में बच्चों के मरने की संख्या में कमी नहीं आ रही है... क्यों कि बिहार और दिल्ली की सरकारों के ऊपर पानी डालकर जगाया जा रहा है... और आप यकीन मानिए अगर आपको भी कोई पानी डालकर जगाएगा तो आप भी नहीं जागेंगे.. तो सरकार कैसे जाग जाएगी.. सरकार तो अभी कुंभकरणी नींद में सो रही है... देश की जनता अब ये मान चुकी है कि सिर्फ दौरा करने से सबकुछ नहीं होता है.. 2019 की तरह 2014 में भी हर्षवर्धन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए थे.. तब भी चमकी बुखार होने की वजह से माओं ने अपने लाल खो दिए थे...  तब जाकर हर्षवर्धन ने अस्पताल का दौरा किया था और कहा था कि मुजफ्फरपुर अस्पताल में 100 बेड वाला बच्चों का अस्पताल  बनाया जाएगा... और फिर 2019 में चुनाव हुए मोदी सरकार में फिर हर्षवर्धन स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए.. और बच्चों के मरने के मामले में हर्षवर्धन वही अपना पुराना रटा-रटाया बयानबाजी कर रहे हैं.. कि 100 बेड वाला बच्चों का अस्पताल बनेगा... और जमीन पर एक भी बेड की बढ़ोत्तरी नहीं की गई..  



Comments

Popular posts from this blog

जवानों की शहादत के पीछे नेताओं का हाथ !

शहीद होते हमारे देश के जवान नेता सेंकते हैं अपनी रोटियां गृहमंत्री कर देते हैं निंदा प्रधानसेवक कर देते हैं ट्वीट टीवी एंकर स्टूडियों में करते हैं लड़ाई हमारे देश के वीर जवान आए दिन आतंकवादियों का निशाना बनते हैं...और उन्हें हम शहीद का दर्जा दे देते हैं... जब कोई भी वीर जवान शहीद होता है तो हम मीडिया वाले टी.वी चैनलों पर अखबारों में सुर्खियां बना देते हैं.. दो से तीन दिन तक ख़बरें भी चलती है.. स्टूडियों में एंकर लड़ाई तक करता है....पर लगता ऐसा है कि हमारा सिस्टम ऐसा ही बना दिया गया हैhttps://www.googleadservices.com/pagead/aclk?sa=L&ai=CcFlUSJWdWvnkNYqOuwTQyqmIAYuWi7hQrZbfq9UGw6z75sMKEAEgy4nWI2DlgoCApA6gAabyqMEDyAECqQJmNTzSYoxQPqgDAcgDyQSqBNcBT9DH98O18EDKGqOAAlEXTGQ5CBM2BVuWWuqJcv1U6Tfv88fx0WWzzRHgJAcPgHFeDpUtq_3V7-Uj8E1P8hm7E35k8oaKHlYESCsvdo-cTYftMzPwxoWz8IQoLH9oen4DlBOyUWBLYDUWS2JD-Ru-86sbk-wjJ-5jbQnDZS-khRPm8QFaaJKPRZjG2wL7_EpYNYXcFNcefdTo9JUGYC5iAZNmw6P0ts4023BuoRiTNe8fmTkKzDSN4FgWaxzReW6ic57qqHCPrcA1fXRBgOccvBLLA3Ww66ugBgKAB6S_8z-oB6a-G9gHAdIIBwiAQBABGADyCA1iaWRkZXItMTY...

स्कूल में कितने सुरक्षित हैं आप..

स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा का सवाल... सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार कौन है... सरकार या अभिभावक        www.tanashahi.blogspot.com ......पिछले कई दिनों से लगातार दिंल्ली - एनसीआर समेत पूरे देश में बवाल मचा हुआ है . इसका मेन कारण यही है कि जो रयान स्कूल में बच्चे की हत्या की गई . इसके बाद से ही दिल्ली के ही टैगोर इंटरनेशनल स्कूल में  एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया. बच्चों के घर के माता- पिता भी यही मानते हैं कि घर के बाद उनके बच्चे अगर ज्यादा सुरक्षित हैं तो वह है स्कूल. हम आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही देश में एक- एक घटनाएं सामने आती रहती हैं.और आयी भी है कहीं पर तो स्कूल बस के चपेट में आने से बच्ची अपनी जान गँवा बैठती है.तो कहीं पर बच्चा  स्कूल के ही सीढ़ीयों पर गिरने से मरण को प्राप्त हो जाता है.. स्कूलों से जुड़ी ये सारी बातें हमको डराती है,चौंकाती है और निराश भी करती है.    https://tanashahi.blogspot.in/2017/09/blog-post_54.html स्कूलों के सुरक्षा को लेकर  कई सालों से सवाल उठ रहे हैं अभी  दिल्ली में कुछ दिनों के पहले ही ...

RBI ने बंद किया 1 रुपये का सिक्का !

 RBI ने एक रुपये का सिक्का बंद कर दिया है। इस बात को आजकल हर किसी के मुँह से सुनने को मिल रही है। लेकिन अभी तक ये साफ नही हो पाया है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने वाकई ही इन सिक्को को चलन से बाहर कर दिया है या नहीं लेकिन अलीगढ़ के दुकानदारों ने तो 1  रुपये के छोटे सिक्के को चलन से बाहर कर दिया है। हमारे देश के प्रधानमंत्री जी तो अहमदाबाद से बाम्बे तक बुलेट ट्रेन चलाने का सपना तो काफी पहले से संजोये बैठे थे और उसका  जापान के पीएम शिंजो आबे के  साथ शिलान्यास भी कर दिया  है। बुलेट ट्रेन चलेगी या नहीं ये तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन 1 रुपये के सिक्के को बंद कर दिया गया है इसकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है ।  लगता तो ऐसा है कि राजा राज कर रहा है और प्रजा सुख   कर रही है।                      कैसे हुआ भारत में सिक्कों का अविष्कार और कैसे बढ़ गया चलन   हम आपको बता दें कि  19 अगस्त 1757  को ईस्ट इंडिया कंपनी ने कलकत्ता में एक रुपए का पहला सिक्का बनाया  भारत में ईस...